जो सर्वनाम निकट अथवा दूर स्थित किसी निश्चित वस्तु अथवा व्यक्ति के लिए संकेत करता है, निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाता है। इस सर्वनाम में निश्चयात्मकता का बोध होता है। इन सर्वनामों से किसी संज्ञा की निकटता अथवा दूरी का भी बोध होता है।
उदाहरण– वह, यह, ये, वे, इनसे, उसके लिए, इसको, इसमें, उस पर आदि।
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निजवाचक सर्वनाम क्या होते हैं?
निश्चयवाचक सर्वनाम को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है–
1. समीपबोधक सर्वनाम
2. दूरीबोधक सर्वनाम
समीपबोधक सर्वनाम– इस सर्वनाम से किसी संज्ञा से निकटता का बोध होता है। जैसे– "यह मेरी गेंद है।" इस वाक्य में 'यह' समीपबोधक निश्चयवाचक सर्वनाम है।
दूरीबोधक सर्वनाम– इस सर्वनाम से किसी संख्या से दूरी का बोध होता है। जैसे– "मैंने अंगूर नहीं खाया क्योंकि वह खराब हो चुकी थी।" इस वाक्य में 'वह' दूरीबोधक निश्चयवाचक सर्वनाम है।
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पुरूषवाचक सर्वनाम – उत्तमपुरूष, मध्यमपुरूष और अन्यपुरूष
वे सर्वनाम शब्द जिनसे किसी निश्चित वस्तु अथवा व्यक्ति का बोध नहीं होता, अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे– कुछ, कोई, किसी आदि।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण–
1. राखी ने आज 'कुछ' भी नहीं पढ़ा। इस वाक्य में 'कुछ' अनिश्चयवाचक सर्वनाम है।
2. दरवाजे पर 'कोई' आया है, इसलिए दरवाजा खोल दो।
3. भूख लगी हो तो 'कुछ' खा लो।
4. आज 'कोई' न 'कोई' मेहमान अवश्य आएगें।
5. दाल में 'कुछ' काला है।
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सर्वनाम क्या है? | संज्ञा और सर्वनाम में अन्तर || सर्वनाम के प्रकार
आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
(I hope, the above information will be useful and important.)
Thank you.
R.F. Tembhre
(Teacher)
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