(78) 2428
ग्रॉस नेशनल प्रॉडक्ट अर्थात् जीएनपी में से घिसावट को घटाने के पश्चात् जो आय शेष रह जाती है, उसे ही किसी देश की अर्थव्यवस्था का शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद अर्थात् एनएनपी कहा जाता है।
(75) 1872
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का सकल राष्ट्रीय उत्पाद या जीएनपी उसके जीडीपी में विदेशों से होने वाली आय को जोड़कर प्राप्त किया जाता है।
(73) 1383
अमेरिका के अर्थशास्त्री साइमन कुज्नेट्स के सकल घरेलू उत्पाद की अवधारणा प्रस्तुत की थी।
(63) 2364
NDP अर्थात् शुद्ध घरेलू उत्पाद को किसी देश की अर्थव्यवस्था के जीडीपी में से एक वर्ष के दौरान होने वाली घिसावट को घटाकर या कम करके प्राप्त किया जाता है।
(60) 1016
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के अंतर्गत एक वर्ष में उत्पादित होने वाली सभी वस्तुओं तथा सेवाओं का अंतिम मौद्रिक मूल्य, सकल घरेलू उत्पाद या GDP कहलाता है।
(56) 1543
इस सहमति को भी वॉशिंगटन सहमति के एक विकल्प के रूप में देखा जाता है। इसका प्रस्ताव सैंटियागो शहर में विश्व बैंक समूह के वर्तमान अध्यक्ष 'जेम्स वोल्फेन्सोन' ने दिया था।
(53) 1532
सन् 1980 के दशक के मध्य के बाद चीन के आर्थिक उदय को विश्व में आज किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है।
(52) 1536
आर्थिक सुधार सलाह को विश्व के विकासशील देशों को आर्थिक संकट के समाधान हेतु विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और अमेरिकी ट्रेजरी विभाग या वित्त मंत्रालय ने सुझाया था।
(50) 2707
बाजार अर्थव्यवस्था- यह अर्थव्यवस्था परंपरागत आर्थिक व्यवस्था से उद्भूत हुई है। इसे प्रथम औपचारिक आर्थिक प्रणाली माना जाता है।
(46) 8079
अर्थशास्त्र का क्रियाशील स्वरूप को 'अर्थव्यवस्था' कहते हैं। इसे आर्थिक गतिविधियों का एक रुका हुआ चित्र भी कहा जा सकता है।
(43) 1712
व्यष्टि और समष्टि- 1930 के दशक में महान मंदी के पश्चात् अर्थशास्त्र दो वृहद् शाखाओं में विभाजित हो गया- 1. व्यष्टि-अर्थशास्त्र 2. समष्टि-अर्थशास्त्र
(4) 1950
इस लेख में भारतीय रिजर्व बैंक की भूमिका, प्रमुख कार्य एवं अधिकारों की जानकारियों के साथ प्रमुख अधिनियम एवं संशोधन, प्रमुख वित्तीय शब्दों के अर्थ एवं गवर्नरों की सूची दी गई है।
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